इस चारदिवारी में कैद मेरा कोई ठिकाना नहीं है, रहता हूं खुद में मग्न दिल में कोई अफसाना नहीं है.. मेरी हर आंसू में लिखी है एक दर्द भरी कहानी मै अपने आंसू दिखाऊं तब तो कोई समझे मेरी ज़िदगानी.. मेरा दर्द कोई समझे ऐसा कोई इंसान नहीं है जिसके जिंदगी में दर्द ना हो ऐसा कोई नाम नहीं है।। #Alone😔