शीशा तो टूट कर, अपनी कशिश बता देता है, दर्द तो उस पत्थर का हैं, जो टुटने के काबिल भी नही #शीशा तो #टूट कर, #अपनी #कशिश बता देता है, #दर्द तो उस #पत्थर का हैं, जो #टुटने के #काबिल भी नही।