कुछ बातें जो मैं बताना चाहती थी उसे पर बोल नही पाई आज भी शर्ट वही पहन के आया था जनाब जो पहली मुलाकात पर लाया था मैं तारीफ करना चाहती थी उसकी पर मैं कर नहीं पाई कुछ बातें थी जो बताना जरूरी थी पर दोस्तों की भीड़ में मैं जा ना पाई उसे उसके s.m.s. का मै जैसे उसने चाहा था रिप्लाई दे ना पाई ,,,उसका वो अचानक यूं मेरे पास बैठना धीरे से all the best कहना यारों कमाल का था अपनी वो सुना चुका था बिना सुने मेरी वो जा चुका था मुझे मेरे हाथों में कुछ थमा चुका था मैं उससे कुछ कह पाती वो पागल एग्जामिनेशन हॉल में जा चुका था