ख़्याल उसका हर एक लम्हा मन में रहता है.... वो शमा बनके मेरी अंजुमन में रहता है कभी दिमाग में रहता है ख़्वाब की मानिंद कभी वो चाँद की सूरत सा , गगन में रहता है......