एक अर्से से हम साथ थे, उससे शादी करने का फैसला मेरा था, मुझे छोड़ने का फैसला उसका, जब मैने उसके फैसले की कद् की उससे दूर रहने का सोचा, "उसका फोन और मैसेज इग्नोर किया" "खुद को भी उसे फोन और मैसेज करने से रोक लिया" तो उसने मुझे ही दोषी बना दिया और मुझसे वोला क्या कोई और तुम्हरी जिन्दगी मे आ गया? क्या मज़ाक हर बार वो मेरे साथ कर गया जब खुद से न निभाया गया रिशता तो किसी और का नाम मेरे नाम के साथ जोड़ गया क्या खिलाडी़ निकला मेरी ज़िदगी से खेल गया। ©Kaju Gautam 😐 . . . . . 29.05.2022 11:53p.m