short story ....
एक कहानी ऐसी भी
(too short love and brackup lovestory)
बात उस वक़्त की है,जब मैं अनजान था।तुमसे,तुम्हारी बातों से,तुम्हारे हर उस अंदाज से। जो मुझे तुम्हारी ओर आकर्षित करती। वक़्त ने करवट ली मुलाकातें बढ़ी, तुम और मैं... हम हो गए।
इन सबके दरमियान ढेर सारी बातें हुई, सिर्फ बातें ही क्यों? वो सब कुछ जायज तरीके से हुआ जो इस रिश्ते में जायज हो सकता था। ये जायज करारी दोनों तरफ से थी।
यादें सपनें जब सब साथ देखे थे। क्यों फिर छोड़ के जाने का हक या फैसला तुम्हारे अकेले का था।
.......वापस आ जाओ मुझे भी बेवफ़ाई की रस्में अदा करनी है..क्योंकी अब हम...हम नहीं मैं और तुम है।