तेरे इश्क़ के समंदर मे तैरा करते है, वक़्त -बे -वक़्त तुझे याद करते है, क्या इसी बात का गुरुर है तुझे..... अगर हाँ... तो सुन ले आज तुझे हम इस बंधन से आजाद करते है अभिषेक #own #poetry