बस एक छोटा सा करम हम पर एक बार कर दे, अपने लबों से मेरी मोहब्बत का इजहार कर दे, या तो पौंछ दे इन बेकसूर आंसुओं को आंखों से आ कर, या फिर उठा कोई खंजर और मेरे कलेजे के पार कर दे ~ मैं शायर तो नहीं Ektarfa pyar