रकीब की ज़िंदिगी खुशहाल करके, क्या मिला तुझे, मुझे बेहाल करके। तेरी मोह्हबत दिल में सलामत रखी है, फिर क्या मिला तुझे सवाल करके। #अहसास #ज़िंदिगी एक रश्म है।