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कड़वा सच... कि बेटियां सबके घरो में है-2 फिर क्यों

कड़वा सच...

कि बेटियां सबके घरो में है-2
फिर क्यों दूसरों की बेटियों पर  विचार थोपे जाते हैं
क्यो  उनमे ही सारे दोष ढूंढें जाते हैं
और हाँ..
अपनी बेटी पर कोई आँख उठाये तब ही बस थियार उठाये जाते हैं
sonam #sach
कड़वा सच...

कि बेटियां सबके घरो में है-2
फिर क्यों दूसरों की बेटियों पर  विचार थोपे जाते हैं
क्यो  उनमे ही सारे दोष ढूंढें जाते हैं
और हाँ..
अपनी बेटी पर कोई आँख उठाये तब ही बस थियार उठाये जाते हैं
sonam #sach