बक्त तो बदलता है पर प्यार नही, इंसान तो बदलता है पर जज़्बात नही, अल्फ़ाज़ बदलतें हैं खामोसी नहीं, हँसी रुकती है धड़कन नहीं। #बक्त#जज़्बात#अल्फ़ाज़#धड़कन