कुछ आशिक़ के किस्से सुने थे हम भी, जो वादा निभाया करते थे, ज़रूरत होने पर जान लेना, और जरूरत पर जान लुटाया करते थे। कोई लैला मजनू नहीं है ये, इन्हें तो हम आज़ादी के दीवाने कहते है, एक एक कतरा इनका अनमोल है, इन्हें हम देश भक्त कहा करते है। #aazadi #देशप्रेम #स्वतंत्र #स्वतंत्रतादिवस #कविता #प्रेम #प्यार #इश्क़