मरती हुई जमीं को बचाना पड़ा मुझे बादल की तरह दस्त में आना पड़ा मुझे वो कर नही रहा था मेरी बात का यकीन फिर यूं हुवा के मर के दिखाना पड़ा मुझे उस बेवफा की याद दिलाता था बार बार कल आईने पे हाथ उठाना पड़ा मुझे ऐसे बिछड़ के उसने तो मर जाना था निगार उस की नज़र में खुद को गिराना पड़ा मुझे ©Amjad Nigar fir yun huva ke mr ke dikhana pda mujhe #Jaan #rp11music #write #L♥️ve #Ha #Ka #Jaana #wada #reading