आँखों से ओझल हो गया, टूटा हुआ कोई तारा था कभी मेरी धड़कनों में, उसका बसेरा था। मचलता था सांसों में, जान से प्यारा था। साथ जीने व मरने का, ख्वाब हमारा था। नसीब में था नहीं मेरे, बहती सी धारा था। आँखों से ओझल हो गया, टूटा हुआ कोई तारा था।। बहती सी धारा था। #Toota_Hua_Taara #nojoto #जान #बसेरा #धड़कन #साँसें #तारा #नसीब #ख्वाब