आगे अँधेरा सुनसान रास्ता था, हिम्मत कर हम आगे बढ़ें और कदम मेरे आगे चल पड़े। खोफ हमे किसी जिन, या अफ्रात का ना था। कोई व्हसी ना घेर ले मुझे इन सुनसान राहों पर.. आंखो मै आंसू और लबो पर कलमे के सहारे मेरे हौसले निकाल पड़े। खुदा की निगहबानी थी हमपर की फरिश्ता मुकर्रर कर दिया। नाम जिसका भाई हमने उमर भर रख दिया। For All brothers #Andhera_sunsan_rasta for all brother Jo Kisi akeli maa Behan ki safety ke bare Mai sochte hai #respect #brother #love #zindagiejahan Rahul Kavi