किसी को बताना नहीं आता हम किस दर्द से गुजर रहें हैं किसी को समझाना नहीं आता समझाएं भी क्या जनाब जो बोल कर हमारे दर्द को समझ नहीं सकते वो हमारे लबों की खामोशी कैसे सुनेगें हमें दर्द छुपा कर मुस्कुराना आता है इसलिए भरी महफ़िल में हमारा चेहरा खामोशी से मुस्कुराता है आंखों से एक आंसू नहीं निकलता दिल तड़प कर सीने में रह जाता है दूसरों की खुशी मे मुस्कुरा लेते हैं क्योंकि हमें अपना दर्द जताना नहीं आता! #nojoto #nojotohindi #poetry #hindipoetry #shayari #sadfeelings #sadpoetry