धुन जगत के साज बाजों से हुए हैं कान ये बहरे कहां जाकर सुनूं अनहद तेरी झंकार काफी है। जगत के रंग क्या देखूं तेरा दीदार काफी है, करू मै प्यार किस किस से तेरा बस प्यार काफी है। _pratibha's writting 🎵🎼🎶🎶 #nojoto#धुन