उस सर्द सुबह को उसने मिलने बुलाया था और पेड़ के नम पत्तों से कुछ ठंडी बूंदे साथ अपने पत्तों मे लेकर आया था मिले जो हम एक दूसरे की आंखों मे कुछ मुस्कुराते हुए फिर जो मै नाराज हो गई क्यो पता नही उसने बस अपने हाथ के नाखूनो के ऊपर उन पत्तो से लाए नम बूदों को रखकर मेरे होठों पर उछाला था #Sard_subh_ki_mulakat - nayak 0.9☑ 🍁🍁______________________________ पेड़ के नम पत्तों से कुछ ठंडी बूंदे साथ अपने पत्तों मे लेकर आया था मिले जो हम एक दूसरे की आंखों मे कुछ मुस्कुराते हुए फिर जो मै नाराज हो गई क्यो पता नही