सूर्य का तेज देखकर ... लगता है फिर से अपमान हुआ है किसी कणऀ का, लगता है फिर से आपमान हुआ है किसी सुतपुत्र का, लगता है फिर से विस्मरण हो गया समाज को धर्म का, लगता है फिर से नहीं हुआ सम्मान किसी के सामर्थ्य का, लगता है फिर से अपमान हुआ है किसी के कर्म का ।। सूर्य का तेज देखकर ... लगता है आपमान हुआ है नई आशाएं जगाने वाले का, लगता है आपमान हुआ है समाज की कुरीतियों के विरूद्ध जाने वाले का, लगता है आपमान हुआ है अंधकार मिटाने वाले का, लगता है अपमान हुआ है परिवर्तन लाने वाले का, लगता है अपमान हुआ है सुर्यदेव के किसी अपने चहाने वाले का ।। -राहुल सिंह #suryadev #karana #karma #writing #kavita #saying #hindi #love #share #nojoto #life #singsaahab