डूबते दरिया में नाव कड़ी धुप में छाँव हैं पिता मैं चलु तो दुखते उनके पाँव ठोकर लगे मुझे तो उनके पैरो में घाव हैं पिता बिटिया का पहला प्यार और बेटा का पहला यार हैं पिता पहला ज्ञान जिवन भर का अभिमान जिनके नाम से मैं पुरा हूँ जिनके बिना मैं अधूरा हूँ हैं पिता उनकी हँसी मेरे लिए सम्मान हैं बाकी सब व्यर्थ पत्थर बस तु भगवान हैं #बदनाम शायर Ravi.kr.malik #nojoto#nojotoapp#nojotohindi#nojotolover#nojotopoem#nojotoquotes#fathersDay#shayari#poetry#quotes