इश्क़ का अंजाम मोहबत्त का अंजाम भी क्या खुब होता है, जो सच्ची मोहबत्त करता है उसी के सीने मे खंजर होता है। कभी तुने मह्सूस नही किया मेरा दर्द, मगर आज भी तेरे लिए रोता है। आज बस फर्क इतना है , तू चैन से सोती है तो हम बेचैन रहते है। तू अब महलो मे रहती है, तो हम भी अब फूटपाथ पर सोते है। ©love guru #ishq