Nojoto: Largest Storytelling Platform

अपनी आँखों के समंदर में उत्तर जाने दे; तेरा मुज़रिम

अपनी आँखों के समंदर में उत्तर जाने दे; तेरा मुज़रिम हूँ मुझे डूब के मर जाने दे; ज़ख़्म कितने तेरी चाहत से मिले हैं मुझको; सोचता हूँ कहूँ तुझसे, मगर जाने दे।
अपनी आँखों के समंदर में उत्तर जाने दे; तेरा मुज़रिम हूँ मुझे डूब के मर जाने दे; ज़ख़्म कितने तेरी चाहत से मिले हैं मुझको; सोचता हूँ कहूँ तुझसे, मगर जाने दे।