कहीं धर्म की व कहीं जात की, यहाँ बात होती है औकात की। कौन फिक्र करता है यहाँ यारो, दूसरों के दिल व जज्बात की।। दिल और जज्बात। #old #दिल #जज्बात #धर्म #जात #औकात #फिक्र #शायरी #जिंदगी #Love