Gita ka gyan गीता में लिखा है की ........ अगर कोई इन्सान बहुत हंसता है , तो अंदर से वो बहुत अकेला है अगर कोई इन्सान बहुत सोता है , तो अंदर से वो बहुत उदास है अगर कोई इन्सान खुद को बहुत मजबूत दिखाता है और रोता नही , तो वो अंदर से बहुत कमजोर है अगर कोई जरा सी बात पर रो देता है तो वो बहुत मासूम और नाजुक दिल का है, अगर कोई हर बात पर नाराज़ हो जाता है तो वो अंदर से बहुत अकेला और जिन्दगी में प्यार की कमी महसूस करता है लोगों को समझने की कोशिश कीजिये , जिन्दगी किसी का इंतज़ार नही करती , लोगों को एहसास कराइए की वो आप के लिए कितने खास है..... प्रेम से कहिये श्री राधे ~ हे राधे ! जय जय श्री राधे--- मेरो तो गिरधर-गोपाल, दूसरो न कोई !!!! ॐ नमोः भगवतेः वासुदेवायः !!!! !!!! श्री राधा कृष्णाय नमः !!!! !!!! जय जय श्री राधे कृष्ण !!!! Geeta me likha ha