गुमनाम हुँ अपनी पहचान से ये कलम ही मेरी पहचान बनेगी लिख रहा हुँ हाले दिल अपना बस इसे से मेरी दास्ता बनेगी चढ़ रहा हुँ मै बुलन्दियो की ओर कल इन्ही पर मेरा नाम दिखेगी है फासले बहुत अपनो से कल अपनो की भीड़ लगेगी खामोश हुँ पर बेजुबान नही मेरे अल्फाज़ ही उन्हे चुभेगी ढुँढ रहा मंजिले कारवा अली है यकी मेरी किस्मत यही बनेगी गुमनाम हुँ अपनी पहचान से ये कलम ही मेरी पहचान बनेगी....!!! !! मेरी...पहचान !! ©Liyakat Ali🇮🇳 #Shayari #nojotohindi #poem #Quotes #Stories #aim #Goals #पहचान #NojotoWriter #Famous