रोज़ मुस्कान बिखेरता हूं महफ़िल में रोज़ एक शख़्स घुट कर रोता है दिल में रोज़ मुस्कान बिखेरता हूं महफ़िल में रोज़ एक शख़्स घुट कर रोता है दिल में