मेरे अंदर ना झाँको तुम, समन्दर डूब लोगे..... मैं वो खुशियाँ हूँ जो तुमको, मिल तो जाती हैं.... मैं खुद को ही नहीं मिलता, हकीकत है ये मेरी..... - Pranjul