मेरे शब्द ही खो गए हैं मेरे अंदर के भाव अब बिन बोले सो गए है, शायद मेरी सोच से अल्फ़ाज़ कम हो गए है, अब क्या लिखूं भावनाओं का थम गया लय है, मन से कागज पर कैसे उतरे शब्द ही खो गए है। भावनाओं के समंदर का सीमा ठहरता चला गया है, किसके परिचय में क्या लिखूं इस बात का भय है, चुप्पी से एहसासों में अब घुटन तय है, की मन की कैसे कहूं शब्द ही खो गए हैं। मेरे मन के किसी कोने में वो चंद लम्हे कैद है, हकीकत नहीं बस उन लम्हों में तो मेरी जय है, जितना नशीला मेरे शब्द ही कहां कोई मय है, कैसे भाव व्यक्त करूं शब्द ही खो गए हैं। मदिरा से तो यहां पानी के भी रंग भर गए है, किसपे नाज़ करू सब अब घमंड बन गए है, मेरे मन के अतः युद्ध में शायद वो शहीद हो गए है, जब भाव ही नहीं बचा तो शब्द ही खो गए है। शब्द ही खो गए है #yqdidi #yqbaba #yqdidichallenge #yqbabachallenge #yqshabd #yqbhaskar