नींद तकिया टटोल रही है, नज़र आसमान पे है थके टूटे बदन को जाने कितने दर्द जकड़ रहे हैं । ©️✍️ सतिन्दरi #NojotoQuote नींद तकिया टटोल रही है, नज़र आसमान पे है थके टूटे बदन को जाने कितने दर्द जकड़ रहे हैं । ©️✍️ सतिन्दर #kuchलम्हेंज़िन्दगीke #satinder #सतिन्दर #नज़्म #रेख़्ता #गज़ल #ghzal #poetry #shyari