अ दोस्त कहाँ है तू तेरी याद आ रही है, सांसे चल तो रही है मगर रुक रुक कर आ जा रही है, हुई खता क्या हमसे ये तो बता दो, बातें करो हमसे यूं चुप ना रहो चाहे जो मर्जी सजा दो, ये ख़ामोशी तुम्हारी हमसे सही ना जाये, ऐसा ना हो कहीं ये हमारी जान ही ना ले जाये | ©Suresh Gulia #for my best friend lifeoftarunasharma025official