Nojoto: Largest Storytelling Platform

मुझें नहीं चाहिए खुला आसमान आयासी के लिए,, मैं तो

मुझें नहीं चाहिए खुला आसमान आयासी के लिए,, मैं तो तेरे आंचल से सदा बंधकर रहना चाहता हूं,, 
मुझें नहीं बनना समझदार, 
करके नादानियां
तेरे गुस्से वाली मिठी -मिठी फटकार सुनते रहना चाहता हूं 
मुझे नहीं चाहिए ये दिखावें की दौलत, 
मां तेरे आंचल से लिपटकर आराम से सोते रहना चाहता हूं #मां #nojotoHindi #nojotoshayri #Nojotokavita #nojotonewtreinding
मुझें नहीं चाहिए खुला आसमान आयासी के लिए,, मैं तो तेरे आंचल से सदा बंधकर रहना चाहता हूं,, 
मुझें नहीं बनना समझदार, 
करके नादानियां
तेरे गुस्से वाली मिठी -मिठी फटकार सुनते रहना चाहता हूं 
मुझे नहीं चाहिए ये दिखावें की दौलत, 
मां तेरे आंचल से लिपटकर आराम से सोते रहना चाहता हूं #मां #nojotoHindi #nojotoshayri #Nojotokavita #nojotonewtreinding