चल उठ अब शोर कर, है सन्नाटा अब घोर तब। जीत कर भी हारने का है नया ये दौर अब, चल उठ अब शोर कर, है सन्नाटा अब घोर तब। हारती हर रोज़ एक मासूम ज़िन्दगी मौन कर, चल उठ अब शोर कर, है सन्नाटा अब घोर तब। इंसानियत अब सो चुकी चुप्पी की चादर ओढ़कर, हेवानियत कुतर्क देकर कर रही है शोर अब। चल उठ अब शोर कर.. आवाज़ कान फोड़ कर है सन्नाटा अब घोर तब। #NojotoQuote Shor #makenoise