हमेशा उलझे रहते हो जरुरी कामों में कभी तो कुछ गैरजरुरी कर लिया करो निभा लो नींद से भी कभी याराना ख़ाब तो कभी मुकम्बल देख लिया करो maya'shayari#nojotopoetry#shayari#