प्यार तो ऐसा ही होता है💛
जिंदगी अनिश्चित है,इसमें कभी भी कुछ भी हो सकता है,मगर प्यार...वो तो इस जिंदगी से भी दो कदम आगे है। ये कब होता है,किससे होता है और क्यों होता है,आज तक समझ में नहीं आया है।
जिंदगी और प्यार इन दोनों को ही समझने की पहली कोशिश मैंने बनारस में की है। इस शहर में जन्म-मृत्यु उतनी ही सहज है,जितना कि सुबह में जगना और रात को सो जाना सहज है। यह शहर हर चीज से मुक्त करता है,लेकिन खुद एक बन्धन हो जाता है। एक ऐसा बंधन जिससे मुक्ति संभव नही है। यह बंधन बनारस की हवाओं में बहते संगीत का ह #Poetry