रूह से रूही बन गयी वो जो इंतजार करती थी हर वक्त किसी का आज सम्भल गयी वो #रुह से रूही #100 शब्दों की कहानी लगभग कुछ समय पहले ही मिली थी रूही उससे , वो उसका प्यारा दोस्त, कुछ दिन पहले नये कॉलेज में दाखिला लिया था उसने,। वैसे तो रुही खुद पर भरोसा करके आगे बढ़ना चाहती थी,। फिर भी दोस्त साथ हो तो राह का समय पता नही चलता।