उस दिन दौड़ लगाई थी, कहीँ तक पहुचने की ! सफर कठिन था, दिल सहमा सा था, हालात , वो भी दुआओ में चल रहे थे ! क्या करता , उस सफर के बीच मे ही, जी बीच में ही , ठोकर खा के गिरे जो थे ! कुछ डरे से सहमे से दिल ने उसी बीच सड़क पे आंसूओ की धारा बहा दी ! लेकिन, मंज़िल तक तो तय करनी ही थी, तो इन्ही जज़्बातों से उस खारे आंसुओ को पीके बस आगे बढ़े और बस , मन्ज़िल तक पहुचे ! जहाँ, फिर से इन नैनो ने अश्रुओं की धारा बहाई, इस बार सहमे डरे दिल ने नही, इस मन्ज़िल की खुशी ने ! #NojotoQuote #nojoto #quote #life #zindagi #you #love #dosti #challenge #manzil #heart #dil #pyar #safar