वर्ल्ड कप उसने अकेले नहीं उठाया था उसके साथ इस देश के गली - गली में क्रिकेट खेलने वाले हर बच्चे ने उठाया था। आखिर महेंद्र सिंह धोनी भी तो इन्हीं गलियों से निकला था। उस लड़के के सिर्फ बाल ही नहीं, सपने भी बड़े थे। छोटे शहर होते हैं, सपने नहीं। दिल्ली, मुंबई के इन लड़कों की तरह वो 17, 18 साल की उम्र में नहीं, बल्कि 23 साल की उम्र में आया था। लेकिन जब आया तो उसने साबित कर दिया कि छोटे शहरों में मौकों की कमी है, हुनर की नहीं। Happy Birthday, Dhoni! #nojoto #dhoni #inspiration