हाल फिलहाल मुलाकात हो जाए,, कुछ ज्यादा नही बस तुमसे बात हो जाए। हाँ, एक छाते मे मुकम्मल करलेंगे तुमको, हमें परवाह नहीं कि बे मौसम बरसात हो जाए। और हमें तेरे सजदे कि आदत सी हो गईं हैं, कि खुदा को छोड़ तेरी इबादत सी हो गई हैं। माना कि ताज महल बनवाने की मेरी औकात नही, पर मैं शाहजहाँ और तू मुमताज़ हो जाए। #NojotoQuote #Dear Zindagi