तितली;आलिंगन एक पथ है-२ आपकी यात्रा का जिसे आप चुनते हैं उचाई संग खाई बनाने की या दुश्मन को भी भाई बनाने की, हमें चुनना होता है क्या प्रयोग होगा शिक्षा का; चलेंगे वही मशीनी रास्तों पर या आयेगा विवेक-२ कहें सब हैं एक करते हुवे महसूस सबके भाव को बैठ चौराहे पर, आलिंगन इक संचार है तितली-२ #part_5#my_life#titli#Mylove#hug_day