ख्वाहिश थी, तू मेरी मगर,मेरा जुनून नही ख्वाहिश थी, तू मेरी मगर,मेरा जुनून नही चोट लगी दिलपे मेरे ओ तेरा कुसूर नही संभाल ले,तू अपने क़दमोको संभाल ले,तू अपने क़दमोको मै किसीका ग़ैर नही _ अरविंद राठोड #Basant_Panchmi