मेरा नाम आज भी उसके नाम के साथ जोड़ा जाता है, मैं कैसे कह दु वो मेरा नही,,,, मेरी छत से दिन में भी एक चाँद नज़र आता है फिर मैं कैसे कह दु मैंने उसे देखा नही,,,, दुआ तो मांगी थी मैंने उससे महोब्बत निभाने के लिए फिर कैसे कह दु कोई तारा टूटा नही,,,,, Neetu_SharmA_POET✒ JYOTI AWASTHI (Jiya) 🌸 Shizuka