# #kavishala#mulaakaat#crush
इक उम्मीद मुक्कमल मुलाकात की ...................................
मिल कर भी मुलाकात अधूरी रह गयी !
जैसे जिस्म से जान अधूरी रह गयी !!
ये अधूरी मुलाकात तड़पाती बहुत है !
रह गए कुछ अरमान दिल के दिल में !!
कि दिल के दबे अरमान सताते बहुत है !
एक हुक सी उठती है सीने में फिर .... #Poetry