याद करो 1999 का कारगिल के युद्ध का वह दिन याद करो धरती मां के उन वीरों का सुना पड़ा वो आंगन जहां वीरों ने अपनी जान गवाई थी सरहद पर लड़ते-लड़ते लहू की हर बूंद -बूंद बहाई थी याद करो उस बूढ़ी मां के लालो को जिन्हें अकेला छोड़कर वो धरती मां में समा गया करोड़ों लोगों की चैन के लिए अपनी जान गवा गया याद करो उन नम आंखों को जो आज भी रात में सिसक -सिसक कर सो जाया करते हैं याद करो उन सुनी मांगों के जख्मों को जो समय के इस अंतराल के बाद भी हरे दिखाई देते हैं pinki mishra बस अपने शब्दों के माध्यम से मदद से शहादत देने की कोशिश की है #IndiaLoveNojoto #pinkimish 𝐒𝐢𝐥𝐞𝐧𝐭 𝐰𝐨𝐫𝐝𝐬 Anshu writer