एक दरिया हूं समुंदर सा समुद्र में घुल जाना है ❗️ तुम्हें है कल की फिकर मुझे तो आज ही मर जाना है ❗️ रंग बदलते मौसम बदलता ओर मौसम बदलते सब बदल जाना है ❗️ मुझे ना चाहिए शोहरत का कस्बा एक दिन इसी मिट्टी में मिल जाना हैं ❗️ चलती हवाओं ने रुख बदला इन्हें भी कुछ कर जाना है ❗️ लगता हवावो को भी हवा लग गई खुद हवावो ने भी यह माना हैं ❗️ #NojotoQuote kese likha pata nhi , kiya likha pata nhi but jachada bada sona sa hai sk ko एक दरिया हूं समुंदर सा समुद्र में घुल जाना है तुम्हें है कल की फिकर मुझे तो आज ही मर जाना है