जब जीने के लिए हालात न हो, क़ाबू में कोई सवालात न हो तो क्या कीजिएगा। जब करने को कोई बात न हो, समझने को जज़्बात न हो तो क्या कीजिएगा। ©Himanshu Tomar #BengalBurning