जिसने खुद को मिटा दिया तुम सब को पालने के लिए आज वह बंजर सी पड़ी है। पर कोई देखने नहीं आता सबका पेट पालने वाली पर कोई उसकी प्यास ही नहीं बुझाता। मिट्टी अपना दर्द कहे तो कैसे..? किससे..? जब आपने ही लाल,!! सपूत !!न पूछे मां को। उपासना मिश्रा 🖋️ ©Upasna Mishra #banjar