जब भी उसकी गलियों से गुजरना आँखों पर चश्मे काले रखना ये मुमकिन है के वो छत पर न आए नज़र उसकी खिड़कियों पर भी टिकाए रखना सुमन जानियाँ #ये_मुमकिन_है