एकांत मे रहता हूँ, अपने मे रहता हूँ।। बाहरी दुनिया कैसी है, ये मै जानता हूँ ।। मुस्कुराता नही बस, लेकिन मे दुसरो की खुशी के लिये जीता हूँ ।। बिना जाने ठुकराया हुआ शख्स हूँ ।। लायक बन नीचा दिखाऊ ऐसा नही हूँ ।। लेकिन लायक बनना जरूरी समझता हूँ ।। ©Subhash Regar #Morning