ज़िन्दगी तू कितनी तेज भाग रही है। बस बचपने में गुज़र रहीथी अभी, की अभी कंधो पे जिमेदरियाँ आरही है। मेरी नादानियां माफ् हुआ करती थी। बस बचपना समझकर अभी, की अब नादानियों की कीमत चुकानी पड़ रही है। बेबाकी से बातें कर लिया करता था मैं। मगर ज़िन्दगी भी अपनो को पहचाने का हुनर सीखा रही है। ज़िन्दगी तू कितनी तेज भाग रही है। #gif ज़िन्दगी तू कितनी तेज भाग रही है #ज़िन्दगी #life #nojoto #nojotohindi #कविशाला #kavishala #poetry #कविता #नादानियां #nadaniyan #hindipoetry