मेरे मोहल्ले की कहानी शायरी मेरे मोहल्ले में वो शकून और शन्ति थी, जो जिंदगी में मुझे कही और नहीं मिली, मेरे मोहल्ले में वो प्यार आपसी भाईचारा था, जो पूरी दुनिया में मुझे कहीं नहीं मिला Meenakshi Sharma मोहल्ले